हाँ आवारा हूँ

Album : Main Aur Mera Saya (2001)

Translated By: Gulzar

आवारा हूँ हाँ आवारा हूँ
ज़मीन पे चलते झलकते बहते
दरिया की धारा हूँ

हाँ आवारा हूँ
हाँ आवारा हूँ
यहाँ का वहाँ का कहीं का नहीं हूँ
दिशाओं का मारा हूँ

कभी लोहित किनारे से मिसिसिपी
होके वोल्गा की बात सुनी
ओटावा होके ऑस्ट्रिया
होते पेरिस की रात क्यूँ
मैंने एलोरा के सारे रंग
शिकागो में जा उड़ाये
और ग़ालिब के शेर बुखारा
के मीनारों पे गुनगुनाये

किनारे से मिसिसिपी
होके वोल्गा की बात सुनी
ओटावा होके ऑस्ट्रिया
होते पेरिस की रात क्यूँ
मैंने एलोरा के सारे रंग
शिकागो में जा उड़ाये
और ग़ालिब के शेर बुखारा
के मीनारों पे गुनगुनाये

मार्क ट्वैन के समाधि
पे गोर्की की हाल कही
रस्तों की गलियों के
लोगों का प्यारा हूँ
हाँ आवारा हूँ
हाँ आवारा हूँ

जहाँ कहीं देखे ज़िन्दगी
के रंग वहाँ ठहर गया
आवारगी में आवारगी
को मंज़िल बना लिया
मैंने देखी हैं कहीं
गगन चूमती ऊँची अटारी
और ख्वाब चंती देखी
हैं वही ज़िन्दगी बिचारी
कहीं देखी हैं कभी
चौखटों पे झूलती फुलवारी
मुझाई कहीं खिल ना
सकी एक कली बेचारी
मैंने देखे हैं ज़मीन
पे कई बुझते हुए सूरज
जलता है जो आकाश में
वो रात का तारा हूँ

हाँ आवारा हूँ हाँ आवारा हूँ
यहाँ का वहाँ का कहीं का नहीं हूँ
दिशाओं का मारा हूँ

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1 thought on “हाँ आवारा हूँ”

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