यह किस की सदा है

यह किस की सदा है

यह किस की सदा है

घूंज रही है

किस की सदा है

किस की सदा है

वाही की सीमा पे

पहाड़ के पार से

दर्द आज कह रहा है

यह किस की सदा है

यह किस की सदा है

घूंज रहा है

किस की सदा है

किस की सदा है

कानो में घूँजती है

जाने कौन है

घेरे अंधेरे

में कोई भी नही

आँखों से सुनता

हूँ देखता भी हूँ

शायद अंधेरा है

देख रहा हूँ

किस की सदा है

घूंज रहा है

किस की सदा है

किस की सदा है

नानी की कहानी

में रोटी महारानी

बिरहा की मारे

कोई रोटी बिचारी

भूखा है कोई

प्यासा है शायद

जाना सा फसाना है

घूंज रहा है

किसकी सदा है

घूंज रहा है

किस की सदा है

किस की सदा है

नानी महारानी

और बिरहा की बाहें

सारे के सारे

खामोश हो गये

दर्द को मोट की

नींद आ गयी

मोट का सन्नाटा

है घूंज रहा है

किस की सदा है

घूंज रहा है

किस की सदा है

किस की सदा है

धुआँ धुआँ कोहरे

वाली चादर जलके

पर्बतो के सूरज

पे खेमा लगाया

वादियों में रोशनी

का लावा भरके

अंधेरे की नींद

से लोगो को जगाया

और तेरी होश

की जाप सुनी है

और तेरी होश

की जाप सुनी है

घोर काहे शोर

पे घूंज रहा है

किस की सदा है किस की सदा है

वादी की सीमा भी

पहाड़ के पार से

दर्द आज कह रहा है

यह किस की सदा है

यह किस की सदा है

घूंज रहा है

किस की सदा है

किस की सदा है

Album : Main Aur Mera Saya

Translated By: Gulzar

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